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कांग्रेस प्रवक्ता शैलेष पांडेय हो सकते हैं बिलासपुर से उम्मीदवार… कोटा से वासुदेव को टिकट मिलने की चर्चा… फोन कॉल से बदल गए समीकरण


बिलासपुर/ कांग्रेस से टिकट जारी होने की अंतिम घड़ी में चर्चाओं का बाजार गर्म है। प्रदेश के कद्दावर मंत्री और अजेय योद्धा अमर अग्रवाल के खिलाफ कांग्रेस अपने प्रदेश प्रवक्ता शैलेष पांडेय को तुरूप का एक्का के रूप में इस्तेमाल कर सकती है। बिलासपुर से प्रबल दावेदार कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव को बेलतरा शिफ्ट किए जाने की चर्चा है। इसका आधार दिल्ली से कुछ नेताओं को आए फोन को बताया जा रहा है। हालांकि किसी भी नेता ने दिल्ली से फोन आने की बात को स्वीकार नहीं किया है।

भाजपा ने बीते शनिवार रात छत्तीसगढ़ की 77 विधानसभाओं के प्रत्याशियों का एलान कर दिया। भाजपा ने 13 विधायक और एक मंत्री का टिकट काट दिया है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा प्रदेश की सत्ता में काबिज रहने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। हालांकि टिकट कटने से कुछ जगहों पर बगावत शुरू हो गया है। इसी बगावत को रोकने के लिए कांग्रेस ने भी रणनीति तैयार कर रखी है। इसके तहत कार्यकर्ताओं के पसंद को टिकट देने का फार्मूला तैयार किया गया है। चार दौर की रायशुमारी में बूथ, ब्लॉक, जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों की पसंद को टटोला गया। रायशुमारी और स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक अब खत्म हो चुकी है। संभावित प्रत्याशियों का विधानसभावार पैनल भी तैयार हो चुका है। अब तक ये खबरें उड़ कर आ रही थीं कि बिलासपुर से अटल श्रीवास्तव, विजय पांडेय, अशोक अग्रवाल को टिकट मिल सकता है। कांग्रेस प्रवक्ता शैलेष पांडेय के लिए कोटा विधानसभा में संभावनाएं बन रही थीं। भाजपा की ओर से टिकट की घोषणा किए जाने के बाद कांग्रेस का समीकरण बदल गया है। भाजपा की सूची लेकर बीते शनिवार की देर रात से सुबह 4 बजे तक दिग्गज कांग्रेसियों की बैठक हुई और मैराथन मंथन के बाद स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भुवनेश्वर कलिता सूची लेकर दिल्ली चले गए। बंद कमरे में क्या चर्चाएं हुईं ये तो कांग्रेस के दिग्गज ही बता सकते हैं, लेकिन राजनीतिक गलियारे में यह खबरें उड़ रही हैं कि कांग्रेस प्रवक्ता शैलेष पांडेय को बिलासपुर से लड़ाया जा सकता है। इसके पीछे का तर्क यह है कि जब जिला स्तर पर स्क्रीनिंग कमेटी ने रायशुमारी की थी, तब बिलासपुर के दावेदारों के अलावा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस प्रवक्ता पांडेय को बिलासपुर से लड़ाने का सुझाव दिया था। इसके पीछे दावा यह था कि पांडेय जब से कांग्रेस में आए हैं, तब से बिलासपुर के प्रमुख मुद्दों को उठाते रहे हैं। सरकार पर लगातार हमला बोलते रहे हैं। बिलासपुर में उनकी एक अलग पहचान बन गई है। इसके अलावा वे ब्राह्मण समाज से ताल्लुक रखते हैं। बिलासपुर विधानसभा में 25 हजार से अधिक ब्राह्मण वोटर हैं, जिसका फायदा कांग्रेस को ब्राह्मण उम्मीदवार उतारने से मिलेगा। उनकी छवि मुस्लिम वोटरों के बीच साफ-सुथरी है। बता दें कि बिलासपुर विधानसभा में 20 हजार से अधिक मुस्लिम वोटर हैं। राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा आम है कि बीते रविवार को जिले के कुछ दावेदारों के पास दिल्ली से फोन आया था। इनमें कांग्रेस नेता अशोक अग्रवाल, अटल श्रीवास्तव और कोटा के नेता उत्तम वासुदेव के नाम बताए जा रहे हैं। चर्चा यह भी है कि बिलासपुर के दावेदार प्रदेश महामंत्री श्रीवास्तव को बेलतरा शिफ्ट कर दिया जाए। इसके पीछे तर्क यह है कि अटल श्रीवास्तव सालों से शहर में रहकर कांग्रेस की राजनीति कर रहे हैं। बेलतरा विधानसभा में बिलासपुर नगर निगम के 7 वार्ड आते हैं, जहां के वोटरों के बीच उनकी अच्छी पकड़ है। उत्तम वासुदेव को कोटा में मौका मिलने की बात कही जा रही है। बहरहाल, टिकट की घोषणा होने में महज एक-दो दिन का समय है। अब देखना यह होगा कि चर्चाओं के गर्म बाजार में सच्चाई कितनी है। प्रदेश महामंत्री अटल श्रीवास्तव ने कहीं से फोन आने की बात से साफ इनकार कर दिया। उनका कहना था कि टिकट वितरण का काम आलाकमान का है। वे कांग्रेस के कर्मठ कार्यकर्ता हैं, उन्हें जो दायित्य दिया गया है, उसे वह पूरी तरह से निर्वहन कर रहे हैं। आगे भी जो आदेश होगा, उसका शब्दश: पालन किया जाएगा।

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