बिलासपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि भाजपा की स्थिति आज खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी हो गई है। जो उनका विरोध करते हैं, उनसे मारपीट करना उनकी आदत बन गई है। दरअसल, 15 साल की भाजपा सरकार अब प्रदेश में 15 सीटों पर सिमट गई है। यही वजह है कि वो हार से बौखला गए हैं।
रायपुर में बीजेपी की समीक्षा बैठक का कवरेज कर रहे पत्रकार से मारपीट के सवाल पर उन्होंने यह जवाब दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता यह चाहते हैं कि वो जो कहें, उसे ही कवरेज किया जाए। बैठक में कार्यकर्ताओं के बीच बहस हो जाती है। मीडिया उसे कवरेज करती है। भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच जो भी कुछ हुआ, उसे पत्रकार ने कवरेज किया। पत्रकार पर हमले के मामले में जब आरोपी भाजपा नेता को जमानत मिली तो वही भाजपाई नेता जेल से छूटते ही उनका फूल-मालाओं से उनका ऐसा स्वागत किया, जैसे कोई जंग जीत कर आया हो। अब भाजपा नेताओं के चेहरे से नकाब उतर गया है। जनता भी समझ गई है कि भाजपा किस तरह की पार्टी है। अंतागढ़ टेप कांड मामले में फंसे मंतूराम के हाईकोर्ट में याचिका दायर करने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह अधिकार सभी को है। कांग्रेस सरकार प्रदेश में बजट पेश करने वाली है… बजट में क्या खास होगा… इस सवाल पर सीएम बघेल ने कहा कि चुनावी घोषणा पत्र में हमने जो वायदे किए थे, उसमें से कई वायदे पूरे कर दिए हैं। बजट में खास तो होगा। कुछ इंतजार करिए। बजट पेश होते ही पता चल जाएगा।
प्रशासनिक दृष्टि से बनाया प्रभारी मंत्री
हाल ही में जिलों के प्रभारी मंत्री बनाए गए हैं। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रभारी मंत्री बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रभारी मंत्री तो प्रशासनिक दृष्टि से बनाया जाता है। आगे लोकसभा चुनाव है तो प्रभारी मंत्री की भी यह जिम्मेदारी बनती है।
स्व. चतुर्वेदी को दी श्रद्धांजलि
सीएम बघेल राजभाषा आयोग के पूर्व अध्यक्ष स्व. पं. श्यामलाल चतुर्वेदी को श्रदांजलि देने उनके घर पहुंचे थे। उन्होंने उनके परिवार से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पं. चतुर्वेदी द्वारा छत्तीसगढ़ी राजभाषा को दिए गए योगदान को याद किया।