बिलासपुर। बसपा और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे की पहली आमसभा में भारी अव्यवस्था नजर आई। चिलचिलाती धूप में खुले आसमान के नीचे भीड़ तपती रही। उन्हें न तो पानी मिला और न ही धूप से सिर छिपाने की जगह। अंतत: गांवों से ढो-ढोकर लाई गई भीड़ दोनों पार्टियों के नेताओं को कोसती रही।
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती और जकांछ के मुखिया अजीत जोगी के बीच गठबंधन हो चुका है। शनिवार को दोनों दिग्गज नेताओं ने खेल परिसर में आमसभा लेकर चुनावी शंखनाद किया। सभा में भीड़ जुटाने में दोनों ही पार्टियों के नेता तो कामयाब हो गए। कार्यक्रम में हजारो लोगों भीड़ थी। भीड़ के चेहरे बता रहे थे कि उन्हें गांवों से लाया गया है। यानी कि हरेक को चढ़ावा देकर वाहनों में ढोकर लाया गया है। भीड़ में महिला-पुरुष से लेकर दुधमुंहे बच्चे भी शामिल थे। सभा शुरू होने के पहले ही भीड़ चिलचिलाती धूप के कारण पसीने से तरबतर हो रही थी। सभा शुरू होने के बाद भीड़ में शामिल अधिकांश लोग पानी तलाशते नजर आए, लेकिन इतना बड़ा कार्यक्रम होने के बाद भी दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने पानी की व्यवस्था नहीं की थी। यही नहीं, पंडाल भी नहीं बनाया गया, जिससे भीड़ सूर्य की तेज किरणों से बच जाती। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद अधिकांश लोग आपस में चर्चा करते दिखे कि वे यहां आकर पछता रहे हैं। उनका उपयोग तो भीड़ के लिए किया गया। अब वे ऐसी किसी सभा में नहीं आएंगे।