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बिलासपुर

जिले का एक ऐसा गांव जहां 70 सालों में नहीं पहुंची सड़क और मूलभूत सुविधा, आक्रोशित ग्रामीणों ने किया कलेक्टर से शिकायत…

सरकार और जिला प्रशासन एक तरफ गांव के विकास के नाम पर पीठ थपथपा रही है, लेकिन कई ग्राम ऐसे हैं, जहां सड़क तो दूर पीने का पानी तक नहीं...

बिलासपुर। सरकार और जिला प्रशासन एक तरफ गांव के विकास के नाम पर पीठ थपथपा रही है, लेकिन कई ग्राम ऐसे हैं, जहां सड़क तो दूर पीने का पानी तक नहीं है। इसे लेकर ग्रामीणों महिलाओं में आक्रोश है। इसकी शिकायत लेकर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर समस्या से अवगत कराया। समस्या के निराकरण की मांग की। ग्राम वासियों ने कहा की 7 दिनों के अंदर मांग पूरी नहीं होने पर कलेक्ट्रेट का घेराव कर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

समाज सेवी डॉ सरिता भारद्वाज के नेतृत्व में ग्राम पंचायत धूमा जनपद पंचायत कोटा के सैकड़ों महिला 50 किलोमीटर पैदल चलकर शुक्रवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंची और बताया कि देश के आजादी को लगभग 75 साल हो गया लेकिन आज भी हमारे गांव में सड़क नही है। सड़क नही होने के कारण बच्चों को स्कूल आने जानें में तो दिक्कत होती है जिससे हमारे बच्चों का भविष्य खतरे में है।

नाराज महिलाओं ने बताया की गांव में पीने का पानी का बहुत समस्या है सालों से कई बार ग्राम पंचायत जनपद पंचायत और जल संसाधन विभाग से गुहार लगाई है, लेकिन पीने के पानी का समाधान नहीं हो रहा है, गांव के लोगों को दूर तक जाना पड़ता है जिस से बहुत दिक्कत होती है।

महिलाओं ने ज्ञापन के माध्यम से सरकार और जिला प्रशासन को 7 दिनों का अल्टीमेटम दिया है। उन्होने कहा है कि सरकार सप्ताह भर के अंदर सड़क निर्माण नही करायेगी तो कलेक्टर कार्यालय का घेराव करेंगे और उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे जिस का पूरा जिम्मेदारी सरकार और जिला प्रशासन की होगी।

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