बिलासपुर: किसानों की हालत में नही हो सका सुधार अन्यथा किसानों को लोन लेने की जरुरत ही क्यों पड़ती…हेमंत विश्व सरमा
छत्तीसगढ़ की सरकार किसान विरोधी, युवा विरोधी और विकास विरोधी सरकार है। भूपेश ने किसानों के लिए कुछ नहीं
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की सरकार किसान विरोधी, युवा विरोधी और विकास विरोधी सरकार है। भूपेश ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। सरकार की जिम्मेदारी रोजगार देने की है न की भत्ता देने की है। शराब बंदी की बात कहके शराब की होम डिलीवरी कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के नेता सचमुच में गरीब है। असल में पैसा तो कांग्रेस नेताओं के पास है इसलिए ई डी और आई टी का छापा कांग्रेस नेताओ के यहां पड़ता है।
भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों के समर्थन में सभा को संबोधित करने आए असम के मुख्यमंत्री सरमा ने हॉटल इंटरसिटी में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मैं तीन बार छत्तीसगढ़ आ चुका हूं और पूरी तरह यकीन हो गया है छत्तीसगढ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने जा रही है।
हेमंता विश्व सरमा ने कहा कि भूपेश बघेल धान खरीदी का श्रेय लेते है। जबकि दो हजार रुपए प्रति क्विंटल मोदी की सरकार दे रही है। भूपेश केवल 6 सौ रुपए प्रति क्विंटल दे रहे है। भूपेश बघेल बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने की बात करते है। जबकि उनका काम रोजगार देना है। सरकार पीएससी में भी घोटाला कर रही है। सरकार की जिम्मेदारी रोजगार देने की है न की भत्ता देने की है। इस तरह से देखा जाए तो छत्तीसगढ़ की सरकार किसान विरोधी, युवा विरोधी और विकास विरोधी सरकार है।
भूपेश सरकार न तो किसानो के लिए अच्छा काम कर रही है और न ही युवाओं के लिए अच्छा काम कर रही है। ये सरकार पूरी तरह से विकास विरोधी है। अभी भूपेश बघेल किसानों का कर्जा मॉफ करने की बात कर रहे है। इससे स्पष्ट है की भूपेश ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। जब अच्छा काम किया है तो कर्जा माफी की जरूरत क्यों पड़ रही है ? किसानो को कर्ज लेने की जरूरत तब पड़ी जब यहां किसानों के लिए मूलभूत सुविधाएं नहीं है। यदि सुविधाएं होती तो कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ती।
भूपेश सरकार युवाओं को, किसानों को धोखा दे रही है। शराब बंदी की बात कहके शराब की होम डिलीवरी कर रहे हैं। यह सरकार विकास विरोधी सरकार है। इसलिए छत्तीसगढ़ को यदि भारत का सबसे विकसित राज्य बनाना है तो इस सरकार को हटाना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता सचमुच में गरीब है। असल में पैसा तो कांग्रेस नेताओं के पास है इसलिए ई डी और आई टी का छापा कांग्रेस नेताओ के यहां पड़ता है। कांग्रेस नेताओ को खुद सामने आकर ईडी से अपने घर और व्यवसाय की जांच करानी चाहिए ।फैसला तो कोर्ट में होगा। भारत को विश्वगुरु बनाना है तो ई डी का शक्तिशाली होना जरूरी है । कांग्रेस के नेता यदि कह रहे हैं कि ई डी और आई टी भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं तब तो ईडी और आई टी के लोगो का वोट भी भाजपा को मिलने चाहिए।
सरमा ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में कई सरकारी अधिकारी कांग्रेस कार्यकर्ता बनकर काम कर रहे हैं हम उनसे कहना चाहेंगे कि वे आचार संहिता का पालन करें और निष्पक्ष रूप से काम करें अन्यथा भारतीय जनता पार्टी ऐसे अधिकारियों के खिलाफ चुनाव आयोग जाएगी और केंद्र सरकार भी ऐसे अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है। इसलिए ऐसे अधिकारियों को भूपेश बघेल के टीम का मेंबर बनकर काम करने के संदेश देने से बचना चाहिये।
चुनाव के वक्त ही हिंदू मुस्लिम का मामला उठाए जाने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि चुनाव के वक्त ही नहीं बल्कि हर समय हिंदू मुस्लिम की बात होनी चाहिए। कांग्रेस नेता राहुल गांधी चुनाव के समय मंदिर जाते हैं हम तो हमेशा मंदिर जाते हैं। देश के मुसलमान हिंदू से प्यार करते हैं लेकिन कांग्रेस मुसलमानों से प्यार नहीं करती।
मदरसे के सवाल पर उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि मैं अब भी अपने इस बयान पर कायम हूं कि देश में मदरसे बंद होने चाहिए। मैं किसी का विरोधी नहीं लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मदरसों के बजाय वहां पर इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज की स्थापना हो जहां पर मुसलमानों के बच्चे भी समान शिक्षा के साथ ही इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई कर सकें। देश का कौन मुसलमान नही चाहेगा कि उनके बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त न करे।