बिलासपुर/ताज़ाख़बर36गढ़/. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जकांछ) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मिलकर छत्तीसगढ़ में विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। अजीत जोगी से गठबंधन कर मायावती ने कांग्रेस की उम्मीदों को झटका दिया है।
बसपा प्रमुख मायावती और जकांछ अध्यक्ष अजीत जोगी ने गुरुवार को लखनऊ में गठबंधन का ऐलान किया। जोगी इस गठबंधन में मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे। तय हुआ कि 90 विधानसभा सीटों में से 55 पर जकांछ और 35 सीट पर बसपा के उम्मीदवार उतरेंगे। ये सीटें कौन-सी होंगी, इसकी तस्वीर अभी साफ नहीं हुई है। बता दें कि जोगी 45 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर चुके हैं। इस गठबंधन में समान विचारधारा वाले दलों के भी शामिल करने की बात है।
धरमलाल कौशिक, प्रदेशाध्यक्ष, भाजपा
प्रदेश में छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी के गठबंधन से कांग्रेस की हालत माया मिली न राम जैसी हो गई। भाजपा को इससे सीटों में वृद्धि होगी। इस गठबंधन से त्रिकोणीय मुकाबले के आसार दिखाई दे रहा है।
अजीत जोगी, सुप्रीमो, जनता कांग्रेस
भाजपा 15 वर्षों से सत्ता में है। अब वह सत्ता और प्रशासनिक तंत्र का गलत इस्तेमाल कर दोबारा सत्ता में आने की कोशिश कर रही है। अब यह संभव नहीं होगा। हमने बसपा के साथ गठबंधन किया है और हमें उम्मीद है कि हम भाजपा को रोक लेंगे।
छत्तीसगढ़ इन क्षेत्रों पर दिखेगा असर
विधानसभा चुनाव में बसपा एक मजबूत खिलाड़ी है। कुल मतों का 4 से 6 प्रतिशत वह हासिल करती रही है। इसका आधार अनुसूचित जातियों में उसकी पैठ है। प्रदेश की करीब 12 प्रतिशत एससी आबादी और अजीत जोगी के आधार वोटों को मिलाकर मैदानी क्षेत्रों में यह गठबंधन उलटफेर कर सकता है। इसका असर रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग की सुरक्षित सीटों पर दिख सकता है।
कांग्रेस से 13 सीटें चाहती थी बसपा : कांग्रेस कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद से ही बसपा के साथ गठबंधन की संभावनाएं तलाश रही थी। दोनों दलों की ओर से शुरुआती बातचीत भी चली, लेकिन स्थानीय नेताओं के दबाव में बसपा को छह सीटों से ज्यादा देने पर सहमति नहीं बन पा रही थी। बसपा कम से कम 13 सीटें चाहती थी।
टी.एस. सिंहदेव, नेता प्रतिपक्ष
राजनीति में एक और एक दो नहीं होता। बसपा से गठबंधन से उनके कुछ वोट आते तो हमारे कुछ वोट छिटक भी सकते थे। बसपा के प्रभाव क्षेत्र में भाजपा को ही सबसे अधिक सीटें मिली हैं। ऐसे में इस गठबंधन की सीधा नुकसान भाजपा को ही होगा।
लालजी वर्मा, प्रदेश प्रभारी बसपा
गठबंधन के बाद हमारे हिस्से में आईं सीटें कौन-कौन सी होंगी, यह बाद में मिल-बैठकर तय कर लिया जाएगा। इसके लिए अलग से बैठक होगी। जल्दी ही संयुक्त चुनाव अभियान की रूपरेखा तय कर ली जाएगी।