CG BJP: पार्टी के नाम पर और कम वोटों से चुनाव जीतने वाले विधायकों का टिकट खतरे में… चौथी बार सरकार बनाने भाजपा ने बदला फार्मूला… देखिए लिस्ट पिछले चुनाव में कौन-कौन कम वोट से जीते थे चुनाव…
रायपुर/ छत्तीसगढ़ में चुनावी महाभारत का शंखनाद हो चुका है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही प्रमुख पार्टियों ने लड़ाके चयन करने में ताकत झोंक दी है। भाजपा के सामने प्रदेश में चौथी बार सरकार बनाने में चुनौतियां हैं। इस चुनौती को स्वीकार करते हुए भाजपा हर हाल में प्रदेश में सरकार बनाना चाहती है। इसके लिए भाजपा छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में अपने वर्तमान विधायकों का टिकट काटने की तैयारी में है। इनमें से अधिकतर वे विधायक हैं, जो दो बार से ज्यादा एक ही सीट से लगातार चुने गए हैं। 15 वर्षों से लगातार सत्ता में बने रहने से उपजी एंटी-इनकंबेंसी से निपटने के लिए भाजपा ने यह फार्मूला निकाला है। इसके अलावा उन विधायकों का भी टिकट कट सकता है, जो 2013 के विधानसभा चुनाव में बहुत कम वोटों से यानी कि 4 से 5 हजार से जीते थे।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि कुछ सीटिंग एमएलए की सीट बदल दी जाएगी, लेकिन निष्क्रियता और क्षेत्र में समय नहीं दे पाने वाले ऐसे विधायक जो अपने काम के बजाय केवल पार्टी के नाम पर ही जीत कर आते हैं, उनको इस बार मैदान में नहीं उतारा जाएगा। इसके लिए भाजपा ने पहले ही कई सर्वेक्षण कराए हैं, जिनमें उम्मीदवारों को विधानसभा में प्रदर्शन, विधायक निधि के इस्तेमाल, क्षेत्र में कराए गए विकास कार्य और मतदाताओं के बीच लोकप्रियता जैसे पैमानों पर कसा गया है। पार्टी नेतृत्व का मानना है कि लोगों की नाराजगी दो स्तर पर होती है। पहली मुख्यमंत्री के नेतृत्व में चल रही राज्य सरकार से और दूसरी स्थानीय विधायक से। चूंकि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं बदला जा सकता है। इसलिए काम नहीं करने वाले विधायक का टिकट काट दिया जाएगा। इस बार आधे से अधिक विधायकों को टिकट नहीं दिए जाने के संकेत मिल रहे हैं।