जिम में घुस कर अध्यक्ष को थप्पड़ लगाने वाली युवती के माता पिता ने लगाया पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप…
जिम में घुसकर थप्पड़ मारने वाले युवती के परिवार के साथ विवाद और एफआईआर के मामले में थप्पड़ मारने वाली युवती के परिवार ने...
बिलासपुर। चकरभाठा थाना क्षेत्र के बोदरी स्थित आशीर्वाद वैली कॉलोनी में सोसायटी अध्यक्ष को जिम में घुसकर थप्पड़ मारने वाले युवती के परिवार के साथ विवाद और एफआईआर के मामले में थप्पड़ मारने वाली युवती के परिवार ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है, इसके साथ ही उन्होंने सोसायटी अध्यक्ष पर भी संगीन आरोप लगाए हैं, परिवार ने SSP को शिकायत सौंप है निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग भी की है।
दरअसल थप्पड़ मारने वाली युवती के माता-पिता आज प्रेस क्लब पहुंचकर प्रेस वार्ता ली और बीते दिनों बोदरी आशीर्वाद वैली कॉलोनी के अध्यक्ष निमेष पांडेय को थप्पड़ मारते विडियो सामने आया था, जिम में वर्क आउट के दौरान कॉलोनी की दो महिलाओ ने निमेष को थप्पड़ मारा था। जिसके बाद वायरल वीडियो को देखने और निमेष पांडेय के शिकायत पर पुलिस ने दोनों महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया था, लेकिन सिंह परिवार इसे पुलिस का एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगा रहा है।
उनका कहना है कि पुलिस ने मामले में एकतरफा कार्रवाई की है, जबकि उनके पक्ष को उनके शिकायत को नजरंदाज कर रसूखदार के पक्ष कारवाई की है, उनके माता पिता ने कहा की हमारी बेटी कविता सिंह से सोसायटी अध्यक्ष निमेष ने जिम की घटना से पहले उनके और उनकी बेटी के साथ अभद्र व्यवहार किया था, यही नहीं फटाखा फोड़ने को लेकर उनके बेटे के साथ निमेष ने गाली गलौच कर धमकी भी दिया था, जिसे लेकर वे इसका विरोध करने जिम गई थी, लेकिन यहां निमेष ने जिम के बाहर उनका मोबाइल तोड़ दिया और फिर से दुर्व्यवहार किया, जिसके बाद बीच बचाव में उनकी बेटी ने निमेष को थप्पड़ मारा था।
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने बताया कि रायपुर रोड स्थित आशीर्वाद वैली में नक्शा पास लेआउट के अनुसार हमारे घर के सामने स्विमिंग पूल बनना था लेकिन नक्शा के विपरीत घर के सामने क्लब और जिम बना दिया गया जिसमें दो बैडमिंटन कोर्ट का निर्माण कर दिया गया जो की कलोनी के नक्सा लेआउट के विपरीत है। बैडमिंटन कोर्ट की लाइट जो की बहुत रात को भी दिन के जैसा रोशनी देता है जिसका फोकस सीधा हमारे घर में उड़ता है और देर रात तक वहां पर बिजमेटन खेला जाता है और तेज-तेज बात करने और हंसी मजाक करने की आवाज आती है जिससे बच्चों को पढ़ने में और हमे सोने में दिक्कत होती है। इसकी शिकायत हमने सोसाइटी और बिल्डर से भी की थी जिसका बदले के स्वरूप हमको झूठा केस में फसाया जा रहा है और प्रताड़ित किया जा रहा है।
बुजुर्ग दंपत्ति ने प्रेस वार्ता में बताया कि हम ने थाने में शिकायत करने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने उनकी शिकायत नहीं ली और उनपर एकतरफा कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कर लिया। उनका कहना है की जबतक हमें न्याय नहीं मिल जाता तब तक इस लड़ाई को लड़ते रहेंगे क्यों न हमें कोर्ट के शरण में जाना पड़े।