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राजनीति

CG Election 2023: ओम प्रकाश माथुर छत्‍तीसगढ़ के चुनाव प्रभारी नियुक्त, विधानसभा चुनाव के लिए BJP ने सूची की जारी…

ओम माथुर के साथ ही भाजपा ने तीन अन्य प्रदेशों के भी चुनाव प्रभारी बनाए हैं। इनमें राजस्थान का चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव को मध्य प्रदेश और प्रकाश

छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश प्रभारी रहे ओपी माथुर को पार्टी ने अब चुनाव की कमान भी सौंप दी है। भाजपा ने शुक्रवार को ओम माथुर को प्रदेश का चुनाव प्रभारी बना दिया है। वह केंद्रीय चुनाव समिति में भी शामिल हैं।

छत्तीसगढ़ भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओपी माथुर को पार्टी ने अब चुनाव की कमान भी सौंप दी है। भाजपा ने शुक्रवार को ओम माथुर को प्रदेश का चुनाव प्रभारी बना दिया है। वह केंद्रीय चुनाव समिति में भी शामिल हैं। उनके साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया काे सह प्रभारी बनाया गया है। ओम माथुर के साथ ही भाजपा ने तीन अन्य प्रदेशों के भी चुनाव प्रभारी बनाए हैं। इनमें राजस्थान का चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव को मध्य प्रदेश और प्रकाश जावडेकर को तेलंगाना की जिम्मेदारी सौंपी है।

वरिष्ठ नेता ओम माथुर छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी मिलने के बाद से ही माथुर लगातार प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने जमीनी स्तर पर पार्टी को फिर से एकजुट करने का काम किया है। वहीं संगठनात्मक रूप से भी प्रदेश के नेता उनके खिलाफ नहीं जाते। वहीं उनका राजनीतिक अनुभव भी काफी लंबा है। उनके प्रभार में भाजपा राजस्थान, गुजरात और उत्तर प्रदेश से बड़े राज्य जीत चुकी है। संभवत: ऐसे में पार्टी किसी अन्य को चुनाव प्रभारी बनाकर दो पावर सेंटर नहीं बनाना चाहती।

दिल्ली के करीबी, दबंग छवि
छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार श्रीनिवास राव कहते हैं कि ओम माथुर की छवि दबंग नेताओं की है। वह दिल्ली के भी करीबी हैं। ऐसे में स्थानीय स्तर पर बड़े नेता भी उनसे दबते हैं। दिल्ली से छत्तीसगढ़ दूर होने के कारण ही पार्टी ने ओम माथुर पर भरोसा जताया है। इसके अलावा पिछले आठ महीने से माथुर लगातार प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने न सिर्फ पदाधिकारियों, बल्कि जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर वास्तविक स्थिति को समझा है।

केंद्रीय चुनाव समिति में भी है उनकी भूमिका
ओम प्रकाश माथुर को भाजपा ने अपनी केंद्रीय चुनाव समिति में भी शामिल किया है। माथुर लंबे समय तक केंद्रीय टीम में उपाध्यक्ष और महामंत्री भी रहे हैं। इसके अलावा वे राजस्थान से राज्यसभा सांसद भी रहे हैं। शुरुआत में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक भी रहे। पूर्व उप राष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत के काफी नजदीकी नेताओं में रहे हैं। उन्हें राष्ट्रीय मंत्री, महामंत्री और उपाध्यक्ष का पद भी मिला, साथ ही गुजरात, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे प्रदेशों में प्रभारी भी बनाया गया था।

10 महीने पहले बनााए गए प्रदेश प्रभारी
ओम माथुर को करीब 10 महीने पहले ही छत्तीसगढ़ की कमान सौंपी गई है। उनके पहले डी. पुरुंदेश्वरी प्रभारी थीं। केंद्रीय नेतृत्व ने उनको अचानक हटाकर माथुर को प्रभारी बना दिया। इससे पहले छत्तीसगढ़ प्रदेश संगठन में भी बड़े बदलाव किए गए थे। पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष बदलने के साथ ही विधानसभा में विपक्ष के नेता तक को बदल दिया था। अब फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा खत्म होने के महज कुछ घंटों बाद ही ओम माथुर को नई जिम्मेदारी देने का आदेश जारी हो गया।

ओम माथुर ने कहा था- चुनौती नहीं मानते
करीब आठ महीने पहले प्रदेश प्रभारी बनने के बाद ओम माथुर पहली बार छत्तीसगढ़ के दौरे पर पहुंचे थे। रायपुर पहुंचने के बाद उन्होंने पहली बात कही थी, वह ये कि छत्तीसगढ़ को चुनौती नहीं मानते हैं। सत्ता तो आती-जाती रहती है, लेकिन इस पर भाजपा आएगी तो परमानेंट आएगी। भाजपा हर चुनाव को चुनौती मानकर चलती है, चाहे छोटा चुनाव हो या बड़ा। भाजपा अब आएगी छत्तीसगढ़ में आएगी तो जाएगी नहीं।

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