बिलासपुर। खूंटाघाट बांध से शहर के 37 हजार घरों तक शुद्ध पानी पहुंचाने की बिलासपुर शहर की महत्वाकांक्षी योजना अमृत मिशन का आज सफल परीक्षण किया गया। मंगलवार को शाम के वक्त खूंटाघाट बांध से सप्लाई किया हुआ पानी सरकंडा के 7 हजार घरों तक पहुंचा। निगम कमिश्नर कुणाल दुदावत के निर्देश पर आज से अमृत मिशन योजना के तहत घरों तक पानी सप्लाई करने की टेस्टिंग शुरू की गई, सरकंडा के चारों पानी टंकी से इसकी शुरूआत की गई है। घरों तक शुद्ध पानी पहुंचाने का परीक्षण सफल होने के बाद अब इसके लोकार्पण की तैयारी शुरू कर दी गई है।
शहर में उपयोग करने के लिए भू-जल आधारित पानी सप्लाई के विकल्प में खूंटाघाट बांध के ज़रिए पानी घरों तक पहुंचाने की केंद्र शासन की अमृत मिशन योजना के तहत बिलासपुर में सन 2017 में 301 करोड़ की लागत से नगर निगम द्वारा काम प्रारंभ किया गया था। शुरूआत में अशोक नगर (बिरकोना) में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण किया गया और खूंटाघाट बांध से ट्रीटमेंट प्लांट तक 27 किमी पाइपलाइन बिछाने का काम किया गया। शहर के 37 हजार घरों तक पानी सप्लाई के लिए शहर के अंदर भी पाइपलाइन और कनेक्शन देने का काम भी पूरा किया गया। अशोक नगर स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में 2090 केएल और 4680 केएल क्षमता के दो पानी टंकी (एमबीआर) बनाए गए है, जहां सबसे पहले पानी पहुंचता है। उसके बाद बांध से आए पानी का ट्रीटमेंट कर शहर के टंकियों के माध्यम से घरों तक पहुंचाया जा रहा है।
सरकंडा क्षेत्र में की गई टेस्टिंग
टेस्टिंग के तहत सरकंडा क्षेत्र की चार टंकी जिसमें 2000 केएल क्षमता के अशोक नगर,1150 केएल क्षमता के नूतन चौक,450 केएल क्षमता के चांटीडीह और 1375 केएल क्षमता के पटवारी ट्रेनिंग सेंटर स्थित पानी टंकी में पानी पहुंचाया गया। जिसके ज़रिए सरंकडा क्षेत्र के 7 हजार घरों में निर्बाध रूप से पानी पहुंची।
खूंटाघाट से पहुंचेगा पानी, बोर होंगे बंद
अमृत मिशन योजना के तहत शहर के 37 हजार घरों में खूंटाघाट बांध का पानी पहुंचेगा। इसके लिए शहर को 31 एमसीएम पानी की जरूरत है जिसकी आपूर्ति खूंटाघाट बांध से की जाएगी। अमृत मिशन के तहत पानी सप्लाई शुरू हो जाने से बोरिंग के ज़रिए टंकी में होने वाली पानी सप्लाई बंद हो जाएगी जिससे शहर का भू जल स्तर रिचार्ज होगा और पानी की समस्या से निजात मिलेगी खासकर गर्मी के मौसम में भी शहर का जल स्तर गिरेगा नहीं।