Advertisement
कांग्रेस

राफेल डील मामले में कांग्रेस का हमला, 526.10 करोड़ के राफेल विमान को 1670.70 करोड़ में खरीदा: शक्ति सिंह

बिलासपुर-(ताज़ाख़बर36गढ़) अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता और बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने बुधवार को यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि हमारे देश के जवान जान हथेली पर रखकर देश की सरहद की रक्षा करते हैं। हमारी सुरक्षा करते हैं। इन जवानों के लिए चाहे हथियार हो। चाहे जहाज हो। चाहे कोई भी चीज खरीदी जाए। कांग्रेस पार्टी के शासनकाल में किसी तरह के घपले नहीं हुए। हमने हर बार पारदर्शिता रखी। जब भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे। कांग्रेस ने तथ्यों के साथ पार्लियामेंट पर सारी सच्चाई रखी।

वे बुधवार को एक होटल में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने दावे के साथ कहा कि पीएम मोदी आधा सच ही बोलते हैं। वो कहते हैं कि मैं न खाता और न ही खाने देता हूं। पूरा सच ये है कि वो करोड़ों रुपए से कम खाते नहीं और सच बोलने वाले को चैन की रोटी खाने देते नहीं हैं। आप सभी को पता है कि देश में किसी की भी सरकार हो… बार-बार रक्षामंत्री नहीं बदले गए, लेकिन पीएम मोदी ने सिर्फ चार साल में तीन रक्षामंत्री बदल दिए। उन्होंने ऐसे चेहरे को यह दायित्व दिया, ताकि सेफ में भ्रष्टाचार कर सकें। जब वे प्रधानमंत्री बने, सबसे पहले अरुण जेटली को रक्षा मंत्रालय दिया। जेटली बड़े वकील हैं। काबिल हैं। उन्होंने देखा कि मोदी मेरे कंधे का उपयोग करके भ्रष्टाचार करना चाहते हैं तो उन्होंने रक्षा मंत्रालय छोड़ दिया। इसके बाद पर्रिकर को यह जिम्मेदारी दी गई। पर्रिकर ने देखा कि मोदी मेरे कंधे पर गन रख रहे हैं। उन्होंने रक्षा मंत्रालय छोड़ा और मुख्यमंत्री बन गए। और एक ऐसी महिला, जो पूरी तरह से मेच्योर नहीं हैं। ऐसी महिला के कंधे की आड़ में मोदी राफेल का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार कर रहे हैं।

526.10 करोड़ के राफेल को 1670.70 करोड़ में खरीदा

कांग्रेस के अभा प्रवक्ता शक्ति सिंह ने आरोप लगाते हुए बताया कि जब देश में यूपीए की सरकार थी, तब सेना के लिए यह जरूरत महसूस हुई कि एक मल्टीपरपज जहाज चाहिए। इसके लिए कांग्रेस ने टेक्निकल कमेटी बनाई। कमेटी ने टेक्निकल डीड निकाला। जिस तरह के जहाज की जरूरत हमारी एयरफोर्स को थी। इसके लिए दो कंपनी क्वालीफाई हुई। एक फ्रांस की राफेल और एक अन्य कंपनी। कांग्रेस सरकार ने टेंडर निकाला कि जो अच्छा और सस्ता देगा उसे हम काम देंगे। 10 दिसंबर 2012 को फ्रांस की कंपनी ने 526.10 करोड़ रुपए में एक राफेल जहाज की कीमत बताई। उस समय कांग्रेस सरकार ने कहा कि हम सिर्फ पूरी तरह से बने बनाए 18 जहाज खरीदेंगे। उसके बाद लड़ाकू जहाज की पूरी तकनीक हमें ट्रांसफर करनी होगी। हमारी सरकार की कंपनी एचएएन जहाज बनाएगी। हम दूसरी खेप में आपके पास जहाज लेने नहीं आएंगे। सरकार की कंपनी जहाज बनाएगी। फ्रांस की कंपनी द सोल्ड सहमत हो गई। इस बात पर चर्चा ही चल रही थी कि 18 जहाज वहां से बनाकर देंगे, उसका 50 प्रतिशत काम हमारे देश में होना चाहिए। यानी कि 36 हजार करोड़ रुपए के पार्ट्स भारत सरकारी की कंपनी एचएएन से बनवाने होंगे। इसी दौरान सारी प्रक्रिया फाइनल स्टेज पर थी, तब बीजेपी सरकार आ गई। बीजेपी सरकार आने के बाद पता नहीं क्या हुआ। 10 अप्रैल 2015 को मोदी पेरिस गए। उसी दौरान मोदी घोषणा करते हैं कि हम 36 राफेल लड़ाकू हवाई जहाज खरीदेंगे। सारे फ्रांस में बने हुए होंगे और 1670.70 करोड़ रुपए की दर से खरीदेंगे। उन्होंने बताया कि इसी हवाई जहाज को कांग्रेस सरकार उसी कंपनी से 526.10 करोड़ रुपए में खरीदने वाली थी, जबकि भाजपा सरकार ने इस जहाज की कीमत 300 प्रतिशत अधिक दी।

हम कहते थे कि हिंदुस्तान सरकार की कंपनी एचएएन को पूरी टेक्नोलॉजी ट्रांसफर होगी और बाद में सारे जहाज यहां बनेंगे। यहां अनुभवी इंजीनियर हैं, जिन्होंने मिराज बनाया है, जिन्होंने हेलिकाप्टर बनाया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जो काम सरकार की कंपनी करती, पीएम मोदी ने अपने दोस्त अनिल अंबानी को दे दिया, जबकि इन्होंने एक भी हवाई जहाज नहीं बनाया। जिस दिन पीएम मोदी घोषणा करते हैं, उससे 10 दिन पहले अनिल अंबानी की कंपनी बनती है और लाइसेंस ले लेती और उसी कंपनी को जो 36 हजार करोड़ सरकारी कंपनी को मिलती, वह निजी कंपनी को दे दी गई।

कोई राजनीतिक पार्टी दायर नहीं कर सकती पीआईएल

एक सवाल के जवाब में कांग्रेस के अभा प्रवक्ता शक्ति सिंह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने किसी भी राजनीतिक पार्टी के पीआईएल दायर करने पर रोक लगाई है। इसलिए हमारे पास सारे सबूत होने के बाद भी हम याचिका दायर नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई दूसरा पक्ष पीआईएल दायर करना चाहता है तो उसे हम सारे दस्तावेज उपलब्ध करा देंगे।

error: Content is protected !!