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छत्तीसगढ़

पत्रकार पर मामला दर्ज करने के मामले में , नया मोड़ महिला के घर में घुस कर पुलिस ने मचाया तांडव… बंधक बनाकर सादे कागज पर हस्ताक्षर करा कर बनाया विडियो…

सूरजपुर. कोरिया जिले के पत्रकार पर एफआईआर दर्ज कर प्रताडित करने के मामले में पत्रकार के सहयोगी महिला के घर रात में पुलिस ताडव मचाया. महिला व उसके 15 वर्षीय बच्चे को बंधक बनाकर पटना थाने ले जा प्रताडित कर सादे कागज पर हस्ताक्षर करा कर विडियो बनाया गया. सरगुजा सहित प्रदेश में कोरिया पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर जमकर किरकिरी हो रही है. विभागिय कार्यकलापो को प्रकाशित करने वाले पत्रकार पर एफआईआर दर्ज करने पर स्थानिय सहित प्रदेश के पत्रकार आक्रोशित है गुरुवार को पत्रकारों ने नाराजगी जाहिर कर झुठी एफआईआर का विरोध भी किया था।

इस मामले में पत्रकार के कंपनी में काम करने वाली सहयोगी महिला ललीता पटेल निवासी चंदरपुर जिला सुरजपुर ने बताया कि वह एचडीएफसी एग्रो में कार्यरत और यही पर किराये मकान में अपने 15 साल के बच्चे के साथ रहती है 9 फरवरी की रात के 3.50 बजे किसी ने दरवाजे को जोरो से पीटा, पूछने पर आवाज आयी कि हम लोग पुलिस वाले हैं और ताबडतोड़ दरवाजे पीटने लगे।

सुबह तडके दरवाजा खोलने पर पुलिसकर्मी घर में घुस गये और रवि सिंह के बारे में पूछताछ करने लगे. यहा तक की सो रहे मेरे 15 वर्षीय बेटे आयुष को लात मारते हुये कहा कि यही रवि सिंह सो रहा है पर वह मेरा बेटा था. पुलिस वालो ने पूछताछ के नाम पर उन्हे बलपूर्वक सूरजपुर थाना कहकर पटना थाना ले आये. इस दौरान नवीनदत्त तिवारी ने मुझे धक्के मारते हुये और दुर्व्यवहार भी किया।

पटना थाना में लाने के बाद मेरे नाबालिग बच्चे को कमरे में बंद कर मारपीट भी किये और मुझे रवि सिंह के खिलाफ शारीरिक शोषण करने का मामला दर्ज कराने का दबाव बनाने लगे. नहीं तुम्हें गांजा के मामले में फंसा देंगे जिससे तुम्हारा पूरा कैरियर खत्म हो जायेगा. वहा पर मेरा विडियो बनाकर जबरजस्ती उनके बातो को कबुल कर सादे कागजो पर हस्ताक्षर कराया गया।

जब मुझे कमरे में घंटो बन्द करने मारपीट की धमकी से मन नहीं भरा तो किसी मांडेय जी के घर बैकुठपुर भी ले जाकर भी सबके सामने प्रताड़ित किये. तीन पुलिसकर्मीयों द्वारा मेरे चरित्र की हत्या करने की कोशिश भी की. जिससे वे मानसिक रूप से आहत है और बच्चा भी काफी डरा-सहमा हुआ है जबकि इन पूरे मामले में मेरा और रवि सिंह का सम्बन्ध सिर्फ इतना है कि हम दोनों एक ही कम्पनी में कार्यरत है और वह मेरे सहकर्मी है।

पिडित ने बताया कि तीन पुलिसकर्मी जिनका नाम उन्हीं के द्वारा बार-बार लिया जा रहा था और मैंने सुना भी जिनमें मैं एक को पहचानती भी हूं जिनका नाम नवीनदत्त तिवारी है दूसरे का नाम सौरव था तीसरे को मैं नाम के साथ नहीं जानती हूँ पर उसे जरुर पहचान जायेगी ये तीनो ने उसके साथ दुर्यव्यवहार मारपीट कर प्रताडित किये है साथ ही पटना थाना में थानेदार सौरव द्विवेदी ने उनपर दबाव बनाकर कुछ सादे कागज में हस्ताक्षर भी कराये है।

बहरहाल पिडित ने पुरे मामले की शिकायत कोतवाली थाने सहित पुलिस अधीक्षक से करते हुये उनके साथ हुये अत्याचार दुर्यव्यवहार प्रताडित करने वाले पुलिसकर्मियो पर अपराध दर्ज कर न्याय की गुहार लगाई है. गौरतलब है कि विगत दिनो व्हाटसएप चैट में पुलिस की कारगुजारियों की पोल कलमकार रवि रंजय सिह ने अपने दैनिक समाचार में प्रकाशित किया था। जिससे नाराज विभाग के सुरमा कलमकार के पीछे पड गये और उनके खिलाफ पुलिस ने अजजा अधिनियम के अपराध दर्ज किया गया।

पुरे मामले की जानकारी मिलने पर सरगुजा संभाग सहित स्थानिय पत्रकारो ने द्ववेश पुर्ण फर्जी कार्यवाही पर नाराजगी जाहिर की है पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक से चर्चा कर पत्रकार के उपर अपराध दर्ज करने का विरोध जताया है और विद्वेषपुर्ण कार्यवाही का विलोपित करने का आग्रह किया था।

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