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होली के रंग से त्‍वचा, बाल और आंखों को कैसे रखें सुरक्षित? एक्‍सपर्ट से जानें बेहतरीन उपाय…

होली अपने दोस्‍तों और रिश्‍तेदारों से मिलने का ये बेहरीन मौका होता है। जब रंगों के एक दूसरे से सराबोर कर हम नाचते-गाते हुए जश्‍न मनाते

रंगोंं का पर्व होली जश्‍न मनाने का पर्व है। हर घर में गुझिया और पकवान बन रहे हैं और घर को मेहमानों के स्‍वागत के लिए रंग बिरंगी चीजों से सजाया जा रहा है। होली अपने दोस्‍तों और रिश्‍तेदारों से मिलने का ये बेहरीन मौका होता है। जब रंगों के एक दूसरे से सराबोर कर हम नाचते-गाते हुए जश्‍न मनाते हुए घंटों साथ में समय बिताते हैं लेकिन इस होली की मस्‍ती में आपको अपने अपने स्वास्थ्य, त्वचा की देखभाल और सुंदरता पर ध्यान देना नहीं भूलना चाहिए।

“बुरा न मानो, होली है कहते हुए कई बार लोग ऐसे रंग लगा देते है जिसके लेने के देने पड़ जाते है। कभी-कभी रंग आपकी आंखों में चले जाने पर समस्या हो सकती है, तो कभी त्‍वचा झुसा देता है। होली के अवसर पर हम आपके लिए ऐसे कुछ टिप्‍स लेकर आए हैं जिनको फॉलो करके अपने बालों, आंखों और स्किन को सुरक्षित रखा जा सकता है।

टॉक्सिक कैमिकल कलर के प्रयोग से बचें
बाजार में बिकने वाले अधिकांश होली के रंगों में मरकरी, एस्बेस्टस, सिलिका, माइका और लेड जैसे खतरनाक कैमिकल हो सकते हैं – जो स्किन और आंखों के लिए बहुत जहरीले होते हैं। आंखों के साथ इन कैमिकल की प्रतिक्रिया से जलन, रेडनेस और एलर्जी जैसे सिम्‍टम दिखाए देते हैं। कभी-कभी आंख में गंभीर कैमिकल कलर से आंखों की रोशनी तक जा सकती है। इसलिए कैमिकल वाले रंगों के बजाय हल्दी, नीम, चंदन, फूल आदि सहित प्राकृतिक सामग्री से बने पारंपरिक प्राकृतिक रंगों और हबैल रंगों का उपयोग करें।

स्किन की करें ऐसे केयर

होली खेलने घर से जब निकलने से पहले फेस पर आइस क्‍यूब से 15 मिनट तक मसाज करें और उसके बाद चेहरे और पूरे शरीर पर अच्‍छा से मोस्‍टराइजर लगा लें इससे आपकी त्‍वचा पर डॉयरेक्‍ट कलर का असर नहीं होगा और स्किन सुरक्षित रहेगी अगर होली से पांच दिन के अंदर कोई स्किन ट्रीटमेंट करवाया है तो ऐसे लोगों को रंग खेलने से बचना चाहिए। जैसे लेजर, ब्लीच, पीलिंग या अन्‍य स्किन ट्रीटमेंट।

आउटडोर में होली खेली जाती है इसलिए सन प्रोट्क्‍शन के लिए सनस्‍क्रीन अच्‍छे से लगाए और धूप का चश्‍मा जरूर पहनें।

होली खेलते समय बार-बार चेहरा नहीं धोना चाहिए, ताकि जो आपने रंग से बचने के लिए उपाय किए है, वो पानी में धुल ना जाएं।

होली खेलते समय पानी भी पीते रहना चाहिए ताकि बॉडी और स्किन में पानी की कमी ना हो।

होली खेलने के बाद चेहरे का रंग साबुन या फेस वॉश से साफ करने के बजाय किसी क्लिनजर की मदद से पहले साफ करें और जब रंग हल्‍का निकल जाए तो फेस वॉश यूज करके चेहरा साफ करें।

होली का रंग साफ होने के बाद चेहरे पर विटमिन सी सीरम और बाद में बादाम तेल या नारियल तेल से मसाज कर सकते हैं।

इसके अलावा चेहरे पर चंदन, रोज वॉटर या कोई हर्बल फेस पैक इस्‍तेमाल कर सकते हैं।

अगर चेहरे पर कोई गहरा रंग लगा है और वो छूट नहीं रहा तो उसे छुड़ाने के लिए चेहरे को रगड़ना नहीं चाहिए बल्कि जिनता छूट रहा है उसे छूटने दें वो दूसरे दिन अपने आप साफ हो जाएगा।

बालों को रंग से कैसे बचाए
होली खेलने जाने से पहले बालों में अच्‍छे से नारियल तेल लगाएं और उनका टाइट जूड़ा बना लें ताकि कलर आपके बालों के अंदर की स्किन के अंदर ना जाए, क्‍योंंकि इससे बाल झड़ना शुरू हो सकता है।
होली खेलने के बाद तुरंत शैम्‍पू करने के बजाय बालों में टेलकम पाउडर डालकर सूखा कलर पूरा निकाल दें इसके बाद ही शैम्‍पू करें।

आंखों को कैसे करें सुरक्षित
रंगों से खेलने के लिए बाहर निकलने से पहले अपने चेहरे पर विशेष रूप से आंखों के आसपास फेस कोल्‍ड क्रीम, मोस्‍टराइजर या नारियल तेल की एक मोटी परत लगाएं। ये ट्रिंक रंग के बड़े पॉटिकल को आंखों में जाने से रोकने के लिए कारगर है। इसके साथ ही रंगों त्‍वचा पर डॉयरेक्‍ट नहीं लगेंगे और स्किन की सेन्‍सटिव हिस्से पर चिपकने से भी रोका जा सकेगा।

अपनी आंखों को मलने से बचें
होली के रंगों में सराबोर होने पर अपने चेहरे और आंखों को छूने से बचें। आपके हाथ गंदे हो सकते हैं, आपके हाथों का रंग आपकी आंखों तक पहुंच सकता है और संक्रमण का कारण बन सकता है।आंखों को रगड़ने से कॉर्निया में घर्षण या कॉर्निया पर खरोंच आ सकती है। इससे आंखों में संक्रमण और अल्सर होने का खतरा होता है।

आंखों को लुब्रिकेट करने के लिए आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें

होली खेलने के बाद आंखों को ठंडे पानी से अच्छी तरह साफ करें और आई ड्रॉप्स से लुब्रिकेट करना चाहिए।

आंख में रंग चला जाए तो करें ये उपाय
आंख में होली का रंग चला जाए तो ठंडे साफ पानी से आंखों को अच्छी तरह धोकर आंखों से रंग छुड़ाएं। लंबे समय तक पानी से आंखों को धोने से आंखों को ठंडक मिलती है और आंखों का रंग उतर जाता है। अगर समस्या गंभीर है तो तुरंत नेत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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